प्रियं वदतु सर्वदा – 07-07-2018

 

नूतना समस्या –

“प्रियं वदतु सर्वदा”

ഒന്നാംസ്ഥാനം

प्रियवादी लभेत्सौख्यम्
स्थानं मित्रं तथा धनम्॥
प्रियेण लभ्यते सर्वम्
प्रियं वदतु सर्वदा॥

Dr. Nidheesh Gopi

“അഭിനന്ദനങ്ങള്‍”

8 Responses to प्रियं वदतु सर्वदा – 07-07-2018

  1. श्रीजा मुम्बै। says:

    नववाणी नवा रम्या
    सदा युवजनप्रिया।
    सत्यमिदञ्च विज्ञाय
    प्रियं वदतु सर्वदा।।

  2. ओमना ऱाफेल्। says:

    प्रियवादी सदा मित्रं
    सत्यवादी च शत्रुवत्।
    तस्माद् मित्रलाभाय
    प्रियं वदतु सर्वदा।।

  3. कृष्णन् नम्पूतिरिः। says:

    मित्राण्यमित्रं कुरुते
    अप्रियं कटुभाषणम्।
    सर्वेषु प्रियमाधातुं
    प्रियं वदतु सर्वदा।।

  4. मञ्जिमा विश्वनाथः says:

    രണ്ടാംസ്ഥാനം

    सभामध्ये किमु भाष्यं
    किं भाष्यं मित्रभाषणे।
    उत्तरमेकमेवात्र
    प्रियं वदतु सर्वदा।।

  5. राजेष् says:

    लोकैश्चाद्य सदा पूज्या
    प्रिया वाक् सत्यमाश्रिता।
    प्रियं च श्रोत्रपियूषं
    प्रियं वदतु सर्वदा।।

  6. विजयन्. वि. पट्टाम्पि। says:

    प्रियवादी सदा पूज्यः
    असत्यं न ब्रवीति चेद्।
    प्रिया वाक् मधुरा ज्ञेया
    प्रियं वदतु सर्वदा।।

  7. Dr.Nidheesh Gopi says:

    ഒന്നാംസ്ഥാനം

    प्रियवादी लभेत्सौख्यम्
    स्थानं मित्रं तथा धनम्॥
    प्रियेण लभ्यते सर्वम्
    प्रियं वदतु सर्वदा॥

  8. ശങ്കരനാരായണൻ says:

    മൂന്നാംസ്ഥാനം

    യദ്യപി ശ്രേയസേ സത്യം
    പ്രിയമിച്ഛന്തി മാനവാ:
    തസ്മാത്താത പ്രയത്നേന
    പ്രിയം വദതു സർവ്വനാ

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